India News ( इंडिया न्यूज़ )Rajasthan,राजस्थान: चुनावी राज्य राजस्थान के श्रीगंगानगर में कल आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि पूरे गंगानगर और स्टेडियम के चारों तरफ़ गहलोत साहब ने अपने बैनर लगा रखे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि पांच साल काम कर लेते तो यह नीच हरकत नहीं करनी पड़ती।
श्रीगंगानगर में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं एक छोटा आदमी हूं। भगवंत मान एक मास्टर का बेटा है, हमें राजनीति करनी, दूसरों की रैलियां ख़राब करनी नहीं आती। हमें काम करना आता है, हमारा काम बोलता है। हमारी पंजाब सरकार के एक साल के काम की चर्चा अभी से चारों तरफ़ होने लगी है। आज हम नए राजस्थान का सपना लेकर आए हैं। 50 साल कांग्रेस ने यहां राज किया, भाजपा ने 18 साल राज किया, दोनों ने मिलकर राजस्थान को चूसा।आठ करोड़ राजस्थान वालों के साथ मिलकर हम एक नया राजस्थान बनायेंगे।
अरविन्द केजरीवाल ने आगे कहा कि आज तक के इतिहास में किसी ने ये नहीं कहा होगा कि वोट दो तो अच्छी शिक्षा का इंतज़ाम करूंगा। मैं आज दिल्ली से यहां यही कहने आया हूं कि हमें वोट दो, स्कूल बनाउंगा, बच्चों को डॉक्टर इंजीनियर बनाउंगा। आज राजस्थान में रजिस्टर्ड बेरोज़गार युवा 18,500 हैं, कुल मिलाकर तो पचास हज़ार से ज़्यादा होंगे। अशोक गहलोत क्या कर रहे हैं ?
मैंने दिल्ली में 12 लाख युवाओं को रोज़गार दिया है, भगवंत मान तीन लाख युवाओं को रोज़गार देने जा रहे हैं। भाजपा कांग्रेस दोनों पार्टियों ने मिलकर राजस्थान को केवल भ्रष्टाचार दिया है। लोग पैसे देते हैं तो सरकारी नौकरी मिलती है। हमने पंजाब में तीस हज़ार नौकरियां दी है एक पैसा नहीं लिया है, क्योंकि वहां का मुख्यमंत्री ईमानदार है। यहां जब वसुंधरा राजे की सरकार थी तब अशोक गहलोत भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे, आज बेचारा सचिन पायलट रो रो कर मर गया कि गिरफ़्तार करो। अशोक गहलोत कहते हैं मैं नहीं करूंगा मेरी बहन लगती है।
श्रीगंगानगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने ये भी कहा कि हमने दिल्ली में सबका इलाज मुफ़्त किया है। गहलोत साहब ने इन्शोरेंस शुरू किया है। यह कब मिलेगा, जब अस्पताल में ऐडमिट होंगे तब। भगवान न करे लेकिन बहुत सीरियस बीमारी के बाद ही ऐडमिट होना पड़ता है। ऐसी बीमारी में तो यह इंशोरेंस काम नहीं आएगा। दिल्ली में सब इलाज मुफ़्त है। मुझे वोट दो राजस्थान के गाँव गांव में मोहल्ला क्लिनिक खुलवा दूंगा। दिल्ली में किया है, पंजाब में कर रहे हैं, अगला नंबर राजस्थान का है। गहलोत ने आज तक कुछ नहीं किया, चुनाव आया तो झुनझुना दे रहे हैं।अगर भाई बहन की राजनीति करानी हो तो इन्हें वोट दे देना। यहां आज पेपर लीक हो रहा है, पेपर बिक रहे हैं। दिल्ली में एक पेपर लीक नहीं हुआ। पंजाब में नहीं हुआ, राजस्थान में पेपर बेचे जाते हैं।
अरविन्द केजरीवाल ने आगे ये भी कहा कि राजस्थान में दिल्ली की देखा देखी इन्होंने 100 यूनिट बिजली मुफ़्त की है। लेकिन बिजली आती नहीं है। दिल्ली और पंजाब में बिजली आती है और अब यह इसलिए किया क्योंकि चुनाव सामने है। चुनाव ख़त्म होगा तो कह देंगे पैसा नहीं है और ख़त्म कर देंगे। AAP को वोट दो, बिजली 300 यूनिट मुफ़्त मिलेगी। हम सब मिल जाएं तो राजस्थान को संपन्न राज्य बना सकते हैं।
हर राज्य में लोग दिल्ली-पंजाब जैसी सुविधाएँ चाहते हैं। आज राजस्थान के श्रीगंगानगर में लोगों से बात करने आए हैं। https://t.co/yYPGExI3mC
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 18, 2023
आज हमारे देश की यह हालत इन दोनों पार्टियों के कारण है। अब समय आ गया है ये पूछने का कि 75 साल में क्या किया ? आज लोगों की उम्मीद ख़त्म हो गई है कि देश में कुछ हो सकता है। AAP ने लोगों में उम्मीद जगाई है,एक ऐसा शख़्स (मनीष सिसोदिया) आया जिसने ग़रीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देनी शुरू की, लेकिन उन्होंने मनीष सिसोदिया को भी जेल भेज दिया। कौन भ्रष्टाचारी सुबह छह बजे स्कूलों का दौरा करता है। लेकिन हम भगत सिंह और अंबेडकर के चेले हैं, रुकने वाले नहीं हैं। भले ही मुझे और भगवंत को भी जेल भेज दें। मैं भारत को दुनिया का नंबर वन देश देखना चाहता हूं।
मुझे युवाओं का साथ चाहिए। भूल जाओ इन पार्टियों नेताओं को, हम 140 करोड़ लोग मिलकर इस देश को नंबर वन बनायेंगे।मेरे पास प्लान है, पढ़ा लिखा हूं, IRS हूं इसीलिए ये चिढ़ते हैं मुझसे क्योंकि ये अनपढ़ हैं, इनकी डिग्री फर्जी है. मैं दस साल में इस देश को विकसित बना सकता हूँ.पंजाब और दिल्ली वालों का दिल जीता है हमने, पचास साल हमें वहाँ कोई हरा नहीं सकता. राजस्थान में हमें जीताकर देखो, वसुंधरा को भी भूल जाओगे और गहलोत को भी.