India News (इंडिया न्यूज़),jhunjhunu: झुंझुनूं के एक छोटे से गांव रामपुरा की बेटी पूनम ने राहत शिविर में बताई आपबीती , कहा: घर पर लाइट होती तो मैं रात को भी पढ़ती और भी ज्यादा नंबर लाती, जी हां 12वीं कक्षा की एक छात्रा पूनम ने बताई अहनी पीड़ा कहा- कि मेरा नाम पूनम सिंघानिया है।
बारहवीं क्लास में मेरे 90 फीसदी अंक आए हैं। घर पर लाइट नहीं है। जब पापा मोमबत्ती का पैकेट लेकर आते, तब उससे मैं पढाई करती। इसके अलावा घर पर चार्जवाली एक छोटी टॉर्च है, उसे चाचा के घर पर चार्ज करवाकर, परीक्षा के दिनों में उससे पढाई करती थी। घर पर लाइट होती तो मैं रात को भी पढ़ती और तब मेरे ओर भी ज्यादा नंबर आ सकते थे।
रामपुरा गांव में लगे महंगाई राहत शिविर में छात्रा ने मलसीसर के उपखंड अधिकारी हवाई सिंह के सामने अपनी ये पीड़ा व्यक्त की। इस पर एसडीएम ने तुरंत विद्युत निगम के जेईएन को बुलाया और तुरंत शनिवार यानी 10 जून को ही रामपुरा गांव में पूनम के घर बिजली का कनेक्शन करवाया।
बता दें कि बलदेवदास सागरमल खेतान राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल रामपुरा के बोर्ड टॉपर्स का गांव में आयोजित महंगाई राहत शिविर में शनिवार यानी 10 जून को सम्मान किया गया। प्रधानाचार्य महेन्द्र सिंह ने बताया कि सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि एसडीएम थे। तब छात्रा पूनम सिंघानिया ने अपनी बात एसडीएम को बताई तो तुरंत कनेक्शन हो गया।
प्रधानाचार्य ने बताया कि कला वर्ग की छात्रा पूनम पढ़ने में होशियार है। मां इंद्रा व पिता खेमचंद खेती करते हैं। पूनम पेंटिंग में भी पुरस्कार जीत चुकी। अब उसका पहला सपना शिक्षक बनकर नई पीढी को कम खर्चे में श्रेष्ठ शिक्षा देने का है। इस दौरान सीबीइओ राजेन्द्र सिंह खींचड़ सहित अनेक अधिकारी व स्कूल स्टाफ मौजूद रहा।