India News (इंडिया न्यूज़),Politics News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब केवल कुछ ही समय बचा है। जिसको लेकर सभी राजनीति पार्टियों की तैयारियां शुरू हो चुकी है। लेकिन कांग्रेस पार्टी में चल रही घमासान कम होती नजर नही आ रही। इस बीच राजनीति के गलियारों में सचिन पायलट की कांग्रेस से अलग नई पार्टी की चर्चाएं भी तेज है। सभी की निगाहें असंतुष्ट चल रहे सचिन के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। रविवार यानी 10 जून को दौसा में उनके पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर बड़ा कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ आने की पूरी संभावना है। ऐसा पहली बार नही है जब पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम रखा गया हो।
मेरे पूज्य पिताजी स्व. श्री राजेश पायलट जी की पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करता हूँ।
अपनी कर्मभूमि से उनका जुड़ाव, जनता से अपनेपन का रिश्ता एवं जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे लिए मार्गदर्शक हैं।
उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानकर कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता… pic.twitter.com/wjglt81SKG
— Sachin Pilot (@SachinPilot) June 11, 2023
माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए सचिन कोई बड़ा संकेत दे सकते हैं। तो वहीं, शनिवार यानी 9 जून को कांग्रेस ने भरोसा जताया कि पार्टी के भीतर चल रही कलह का ‘सकारात्मक समाधान’ निकाला जाएगा। दरअसल, कांग्रेस पहले ही कई बार इन खबरों को नकार चुकी है कि पायलट कोई दूसरी नई पार्टी बनाएंगे। संगठन का कहना है कि वो एकजुट होकर अगला राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी रार किसी से छिपी नहीं है। पायलट ने पिछली बीजेपी सरकार के कामों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। इसे लेकर उन्होंने एक दिन का मौन व्रत भी रखा था। बाद में हाईकमान ने दोनों नेताओं को बुलाकर समझौते के फॉर्मूले पर बातचीत की थी।
राजस्थान के घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, हमारे पार्टी अध्यक्ष और हम निश्चित रूप से महसूस करते हैं कि इस मुद्दे का सकारात्मक समाधान निकलेगा। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को इन अफवाहों को खारिज कर दिया कि पायलट अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर अपनी पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा, कि कांग्रेस राजस्थान विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगी। वे उनके (सचिन) संपर्क में हैं। ‘किसने कह दिया पायलट पार्टी से बाहर जा रहे हैं?’, क्यों बोले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ‘किसने कह दिया कि पार्टी से बाहर जा रहे?’ वेणुगोपाल ने कहा, मैं अफवाहों पर विश्वास नहीं करता। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ चर्चा की और उसके बाद हमने कहा कि हम साथ चलेंगे। यह कांग्रेस पार्टी की स्थिति है। उन्होंने उल्टे सवाल पूछ लिया कि आपसे किसने कह दिया कि वे (सचिन पायलट) पार्टी से बाहर जा रहे हैं? कहा, ये सब काल्पनिक है।
पायलट द्वारा नई पार्टी बनाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने ये बात कही, मेरी जानकारी में ऐसी कोई बात नहीं है। उन्होंने मीडिया से ऐसी अफवाहों पर विश्वास ना करने के लिए कहा है। कांग्रेस हाईकमान की यह टिप्पणी उन अटकलों के बीच आई है जब पायलट रविवार यानी 11 जून को दौसा में अपने पिता की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में नई पार्टी या अपनी भविष्य की योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। बताते चलें कि सचिन अपने पिता की पुण्यतिथि पर पिछले दो दशकों से श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं।
कांग्रेस ने पिछले हफ्ते कहा था कि पार्टी सर्वोच्च है और जीत के लिए एकजुट होकर राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों ने बताया कि तनाव को कम करने के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह गहलोत और पायलट के साथ अलग-अलग मैराथन चर्चा की थी। बाद में उन्होंने यहां खड़गे के आवास पर तस्वीरें खिंचवाईं। बैठकों के बाद पार्टी ने ये भी कहा था कि गहलोत और पायलट आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने के लिए सहमत हुए हैं और सभी मुद्दों को हल करने के लिए पार्टी हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया है।
इस हफ्ते की शुरुआत में बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने कहा था, दोनों नेताओं अशोक जी और सचिन जी ने प्रस्ताव पर सहमति जताई है। यह पूछे जाने पर कि वह किस प्रस्ताव पर बात कर रहे हैं, वेणुगोपाल ने कहा, दोनों ने इसे (पार्टी) आलाकमान पर छोड़ दिया है। आलाकमान ने जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई थी। उससे पहले ही गहलोत गुट के विधायक एकजुट हो गए और सीएलपी बैठक नहीं होने दी थी। उन्होंने सामूहिक इस्तीफे का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद नाराज हाईकमान ने गहलोत को तलब कर लिया था।