India News(इंडिया न्यूज़ ),Rajasthan Politics News: बीजेपी के प्रदेश महामंत्री एवं रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने आरपीएससी के रिजल्ट जारी करने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा है कि आरपीएसी सदस्य बाबूलाल कटारा एस.आई. से लेकर शिक्षक भर्ती परीक्षा तक में मिलीभगत का दोषी पाया गया है तथा वह फिलहिल जेल में है। वह कटारा एस.आई. के इंटरव्यू लेने में भी शामिल था फिर भी सरकार ने फजीवार्डे के आरोप सिद्ध होने के बाद भी परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए है। जो कि प्रदेश के बेरोजगार और सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे युवाओं के साथ कुठाराघात है।
मदन दिलावर ने आगे यह भी कहा, कि “जारी परीक्षा परिणाम में 60 प्रतिशत से अधिक लोग सांचौर से है, इतनी बड़ी संख्या में एक ही जगह के लोगों का चयन होना स्वत: ही यह साबित करता है कि परीक्षा में फजीवार्डा व धांधली हुई है। दिलावर ने यह भी कहा कि फजीवार्डे का आरोपी गिरफ्तार होने व जेल जाने के बाद भी प्रदेश के मुख्यमंत्री परीक्षा परिणाम जारी करवा रहे हैं। तो इसका सीधा मतलब यह है कि अशोक गहलोत की कटारा के साथ फजीवार्डे में मिलीभगत रही है।”
दिलावर ने कहा, “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेरे द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच यदि सीबीआई और ईडी से करवाएं और मेरे आरोप गलत पाए गए। आरोपी निर्दोष साबित हुए तो मुझ पर मुकदमा दर्ज कर मुझे भी जेल भिजवा दें। मैं सजा काटने को तैयार हूं। दिलावर ने यह भी कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रेकॉर्ड तोड दिए है, कोई क्षेत्र ऐसा नहीं छोडा है जिसमें भ्रष्टाचार या पैसे का लेन देन न हो रहा हो।”
— Madan Dilawar (@madandilawar) June 4, 2023
दिलावर ने आगे यह भी कहा कि बेरोजगारों को रोजगार देने के बजाय पैसे लेकर सरकार भ्रष्टाचार कर रही है। इससे बड़ी शर्म की बात और कोई नहीं हो सकती और यह सब मुख्यमंत्री की देखरेख में हो रहा है। इसलिए मामला और भी गंभीर है क्योंकि जब प्रदेश का मुखिया ही भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रहा हो तो फिर पीड़ित किससे न्याय की उम्मीद करेगा। दिलावर ने आगे कहा कि प्रदेश का युवा और जनता यह सब देख रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को इसकी करनी का सबक सिखा देगी।
तो वहीं इस मामले में शहर जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. विजय सोनी ने गहलोत सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि “दिलावर ने जो आरोप लगाए हैं वह तथ्यहीन हैं, आरोप को प्रूफ करना चाहिए। मनघडंत आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। यह अच्छी राजनीति का परिचायक नहीं है। गहलोत सरकार प्रदेश में युवा और बेरोजगार के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है।