India News (इंडिया न्यूज़),Government Job in Rajasthan: राज्य में बेरोजगारी खत्म करने को लेकर रोजगार के नए अवसर विकसित करने की दिशा में बहुत जल्दी काम किया जा रहा है। प्रदेश में पशुपालन रोजगार एवं आय में वृद्धि के अवसर उपलब्ध करवाने वाला क्षेत्र बनकर उभर रहा है। इसी के मद्देनजर पशुपालकों को बेहतर सुविधा के साथ युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम किया जा रहा है।
पशुपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा के तहत पशुपालकों को डोर स्टेप पर पशुपालन विभाग की विभिन्न सुविधाओं यथा टैगिंग, टीकाकरण, बीमा, पशुओं के नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण आदि से लाभान्वित करवाने के उद्देश्य से प्रदेश में पशुमित्र योजना की घोषणा की गई थी।
उन्होंने यब भी कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में पशुमित्र पशुपालन विभाग की विभिन्न सुविधाओं को पशुपालकों के द्वार पर उपलब्ध करवाएंगे। इसके साथ ही वो विभाग की विभिन्न योजनाओं से भी जागरूक करेंगे। इससे प्रदेश में पशुपालन के क्षेत्र में आय के संसाधनों में भी वृद्धि होगी और उन्नत नस्लीय पशुपालन की राह आसान होगी।
कुणाल ने आगे यह भी बताया कि योजना के तहत 5000 बेरोजगार युवा प्रशिक्षित पशुधन सहायक/पशु चिकित्सकों को कार्य निष्पादन अनुसार निर्धारित मानदेय परिलाभ पर पशुमित्र के लिए आवेदन मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्णतः स्वरोजगार के लिए है,इसलिए युवा पशुमित्र से यह अपेक्षित रहेगा कि पूर्ण सेवा भाव के साथ पशुपालकों के हितों के लिए किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पशुपालन राज्य की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है।इसलिए राज्य में अन्य वर्गों के साथ पशुपालकों के हितों के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है।
अतिरिक्त निदेशक डॉक्टर नवीन मिश्रा ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि पशुमित्र (पशुचिकित्सक/ पशुधन सहायक) विभागीय गतिविधियां जैसे पशुओं की टैगिंग, कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण, टीकाकरण, किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन संबंधी समस्याओं का समाधान,पशु बीमा के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करना,रोग-प्रकोप/आकस्मिक स्थिति में पशु चिकित्सा कार्य में सहयोग के साथ समय-समय पर विभागीय उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में काम करेंगे।उन्होंने बताया कि पशुमित्र योजना अंतर्गत आवेदन एवं विस्तृत जानकारी के लिए पशुपालन विभाग की वेबसाइट http://animalhusbandry।rajasthan।gov।in पर जाकर प्राप्त की जा सकती है।