India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीनो का समय बचा है। ऐसे में राजस्थान में सचिन पायलट की अंतिम चेतावनी पर कांग्रेस ने कोई विचार नही किया है। बता दें कि पायलट ने जो मांगे उठाई थी। उन मांगों को लेकर कांग्रेस आलाकमान नाराज हो गया है। यही वजह है कि सचिन पायलट की अंतिम चेतावनी के बावजूद कांग्रेस हाईकमान ने वार्ता के लिए नहीं बुलाया है और ना ही समझा। बता दें कि सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को अपनी मांगे मनाने के लिए 15 दिन का समय दिया था।
जिसमें अभी केवल 8 दिन बचे हैं लेकिन सीएम गहलोत ने पायलट की मांगों के संबंध में अभी तक किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है जबकि कांग्रेस पार्टी भी सचिन पायलट से दूरी बनाए हुए हैं पायलट ने आरपीएससी का पुनर्गठन पेपर लीक , पीड़ितों को मुआवजा और वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के घोटालों की जांच की मांग की थी। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन करने की धमकी भी दी है। कांग्रेस आलाकमान मांगों को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार ऐसा लग रहा है कि जैसे पार्क कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट के आंदोलन अल्टीमेटम और विरोध को दरकिनार कर दिया है। दूसरी तरफ खरगे ने गहलोत और दूसरा को कल दिल्ली बुलाया है।
चुनाव का समय पास आने के दौरान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी इन दिनों राजस्थान के दौरे पर है। रंधावा ने जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सचिन पायलट ने कर्नाटक चुनाव से पहले जन संघर्ष यात्रा निकालकर ठीक नहीं किया। मैसेज गलत किया। रंधावा ने आगे कहा कि पायलट को गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी घोटाले की जांच की मांग भी उठानी चाहिए थी। रंधावा ने इशारो ही इशारो में सचिन पायलट को नसीहत दी है। हालांकि रंधावा का कहना है कि कांग्रेस किसी को निकालती नहीं है जो कांग्रेस छोड़कर गए हैं उनका हश्र सभी के सामने हैं। सीधे तौर पर रंधावा ने सचिन पायलट को यहां सिख देते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर उन्होंने पार्टी छोड़ी तो उन्हें जितना कुछ कांग्रेस से मिला है, उतना कहीं नहीं मिलेगा।
आपको बता दें कि 24 मई को दिल्ली में एक बैठक होनी है जो कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के आवास पर होगी। सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में इसी सप्ताह 24, 25 और 26 मई को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे चुनावी राज्यों में प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के साथ ही राजस्थान भी शामिल होगा। हालांकि सभी तारीख तय नहीं हुई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और सह प्रभारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में चुनाव को देखते हुए संगठन कैसे मजबूत किया जाए और चुनावी रणनीति से लेकर चर्चा होगी जब कांग्रेस और कांग्रेस के प्रमुख नेता साथ बैठेंगे तो साफ है कि सचिन पायलट के मुद्दे पर भी संभव है।