India News(इंडिया न्यूज़ )Rajasthan : टाइगर टी 104 की मौत को लेकर सवाई माधोपुर में नेचर गाइड, होटेलियर्स और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों सहित वन्यजीव प्रेमियों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा हैं। वहीं वन्यजीव प्रेमियों का आरोप है कि सीसीएफ सेडूराम यादव सहित रणथंभौर के अधिकतर वनाधिकारी का टाइगर की ट्रेकिंग और मॉनिटरिंग की बजाय पर्यटन पर अधिक ध्यान है।
लोगों ने टाइगर टी 104 की मौत से जुड़े दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। नेचर गाइड, होटलियर्स और वन्यजीव प्रेमियों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर सेडूराम यादव और जिम्मेदार अधिकारियों की गलती की वजह से टाइगर टी-104 की मौत हुई है। उनका कहना है कि इस भीषण गर्मी में वनाधिकारियों द्वारा टाइगर टी 104 को ट्रंकुलाइज किया गया और फिर उसे रणथंभौर से 400 किलोमीटर दूर उदयपुर के सज्जनगढ़ पार्क में शिफ्ट किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वनाधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा टाइगर टी 104 को मौत से चुकाना पड़ा है। वन्यजीव प्रेमियों का आरोप है कि सीसीएफ सेडूराम यादव सहित रणथंभौर के अधिकतर वनाधिकारी का टाइगर की ट्रेकिंग और मॉनिटरिंग की बजाय पर्यटन पर अधिक ध्यान है। रणथंभौर के वनाधिकारी पर्यटन की मलाई खाने में व्यस्त हैं और उनका पूरा ध्यान बाघों की सुरक्षा के बजाय पर्यटन पर है। जिसके चलते रणथंभौर में लगातार या तो बाघों की मौत हो रही है या बाघ-बाघिन और शावक एक-एक कर लापता हो रहे हैं।