Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर में हो रहे आंदोलन में एक युवक ने बुधवार की सुबह सुसाइड कर लिया था। मोहन सैनी का शव सुबह के समय नेशनल हाईवे-21 पर लटका मिला था। जिसकी वजह से लोगो ने बवाल खड़ा कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।
मृतकों के परिजनों से सीआई राधेश्याम सांखला बात करने गए थे। तो वहां सरकार के सामने मोहन की पत्नी अंजलि सैनी ने चार शर्तें रख दीं है। मोहन की पत्नी अंजलि ने कहा कि मृतक मोहन सैनी को शहीद का दर्जा दिया जाए, परिजनों को एक करोड़ रुपए की मदद की जाए, मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए, उन्हें 12 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए।
सीआई सांखला का कहना है कि हमने प्रशासन तक मृतक की पत्नी की मांगों को पहुंचा दिया हैं। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया इसके बाद ही शुरू की जाएगी।
कुशवाहा और सैनी समाज के लोग पिछले पांच दिनों से आरक्षण के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे एक युवक ने कहा कि मोहन सिंह सैनी नाम का युवक प्रदर्शन में शामिल था। वही, युवक की लाश सुबह के समय पेड़ से लटकी मिली थी। पुलिस और परिजनों को जानकारी दे दी गई।
पुलिस ने शव बरामद कर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। जिसके बाद आंदोलन पर मृतक के परिजन भी बैठ गए।
युवक ने कहा कि गांव का सोनू शर्मा नाम का व्यक्ति भी थोड़ी देर बाद वहां आया। जहां मृतक के परिजन भी प्रदर्शन में बैठे थे। सोनू वहां आकर मृतक के बारे में अभद्रता करने लगा। मौके पर मौजद लोगो ने समझाया फिर भी सोनू नही माना,गाली-गलौज करता रहा। वहां मौजूद लोगो को उग्र होता देख सोनू वहां से फरार हो गया। कुछ लोगों ने उसपर पथराव भी किया और उसके साथ मारपीट करने लगे।