India News (इंडिया न्यूज़),satyapal malik,जयपुर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक राजस्थान का दौरे करने आ रहे है उनका यह दौरा 26-27 अप्रैल तक रहेगा, लेकिन पूर्व राज्यपाल अपने इस दौरे को रहस्यमयी रखना चाहते हैं। अपने 26-27 अप्रैल के दौरे को लेकर उन्होंने किसी भी तरह की कोई जानकारी शेयर करने से साफ इनकार कर दिया है। मीडियाकर्मियों से बातचीत करने पर उन्होने कहा कि ‘मैं राजस्थान में कहां जा रहा हूं, और किससे मिलने जा रहा हूं। ये मैं किसी से डिस्क्लोज नहीं करूंगा। 28 अप्रैल के बाद मैं वापस दिल्ली आ जाऊंगा।’
आपको बता दें कि कश्मीर मामले में सीबीआई उनसे पूछताछ करने वाली है। दो दिन पहले ही मलिक को समर्थन देने के लिए खाप पंचायत से जुड़े प्रतिनिधि दिल्ली में आए थे। लेकिन दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बिना अनुमति के पार्क में कार्यक्रम नहीं करने दिया और टेंट हटा दिया और खाप चौधरियों को हिरासत में ले लिया। इसके विरोध में मलिक अपने समर्थकों के साथ आर. के. पुरम थाने चले गए, जहां खाप पंचायत के प्रतिनिधियों को थाने में ही खाना खिलाया गया। हालांकि डीसीपी ने उसी वक्त साफ कर दिया था कि मलिक को ना तो गिरफ्तार किया गया है और ना ही हिरासत में लिया गया है। वे अपनी मर्जी से यहां आए हैं और अपनी मर्जी से ही जा सकते हैं।
दरअसल, पूरा मामला यह है कि राजस्थान में किसान और जाट समाज को सत्यपाल मलिक लगातार साधने की कोशिश में ड़टे हुए हैं। ऐसा नही है कि वह यह दौरा पहली बार कर रहे है पहले से भी वह लगातार राजस्थान का दौरा करते रहे हैं। राज्यपाल रहते हुए भी वह राजस्थान आते रहे। दिल्ली में जब किसान आंदोलन कर रहे थे, तब पहली बार किसानों के पक्ष में सत्यपाल मलिक ने राजस्थान के झुंझुनू से ही आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा था कि ‘कुतिया मरने के बाद भी दिल्ली तक संदेश चला जाता है, लेकिन इतनी संख्या में किसानों के मरने के बाद कोई पूछने वाला नहीं है।’
आपको बता दें कि राजस्थान के नेताओं से भी सत्यपाल मलिक के अच्छे खासे संबंध हैं। उन्होने आगे कहा था कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से उनके निजी संबंध बहुत अच्छे हैं। वह चाहते हैं कि बीजेपी राजे को ही आगे करके चुनाव लड़े, लेकिन बीजेपी के उपर वाले वसुंधरा राजे को आगे करके चुनाव नहीं लड़ेंगे। मलिक ने कहा था कि ‘ऊपर वालों से मेरी पहले भी बातचीत हुई है। राजस्थान में अगर वसुंधरा राजे को आगे किया जाए तो बीजेपी चुनाव जीत सकती है, वरना हार जाएगी। वसुंधरा से मेरे अच्छे संबंध हैं। मैं चाहता हूं कि उन्हें सीएम पद के लिए प्रोजेक्ट किया जाए, लेकिन ऐसा होगा नहीं।’