India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Politics,जयपुर: राजस्थान में चुनाव का समय पास आने से राजनीति में सियासी हलचल तेज हो गई है। ऐसे में कई नेताओं की आपस में मुलाकात हो रही है। इसी कड़ी में कल भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) की मुलाकात हुई है। इसे एक बड़े राजनीतिक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि कल जिस घटना में किरोड़ी लाल मीणा धरने पर बैठे थे वहां सुबह ही कांग्रेस के विधायक और पायलट गुट के माने जाने वाले हरीश मीणा भी पहुंचे थे। बड़ी बात ये रही कि इसके बाद शाम तक सचिन पायलट भी पहुंच गए थे। वहां पर रामप्रसाद मीणा को श्रद्धांजलि देने के बाद पायलट रवाना हो गए। मगर किरोड़ी लाल मीणा की छोटी सी मुलाकात ने राजस्थान की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। ऐसा इस लिए हुआ क्योकि पिछले दिनों कई बार सचिन और किरोड़ी लाल मीणा की बातें चर्चा में रही। इसलिए अब सभी यही संकेत दे रहे थे कि जल्द ही किरोड़ी और पायलट की मुलाकात होगी।
पुलवामा में शहीद हुए तीन शहीदों की वीरांगनाओं ने पिछले दिनों अपनी मांगों को लेकर धरना दिया था। उनकी मांग मनवाने के लिए खुद किरोड़ी लाल मीणा भी उनके साथ धरने पर बैठ गए थे। मामला बढ़ने पर किरोड़ी लाल मीणा उन वीरांगनाओं के साथ सचिन पायलट के आवास पर पहुंच गए थे। जिसके बाद वीरांगनाओं की सचिन से मुलाकात हुई, लेकिन किरोड़ी और पायलट की आपस में कोई मुलाकात नहीं हो पाई।
आपको बता दें कि सचिन पायलट टोंक से विधायक हैं। खास बात यह है कि दौसा से सचिन और किरोड़ी दोनों ही सांसद रह चुके हैं। टोंक और दौसा दोनों पूर्वी राजस्थान में आते हैं। इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि पूर्वी राजस्थान में अपने वोटर्स को संकेत देने की तैयारी है। बता दें कि जहां एक तरफ पिछले चुनाव में पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस को बड़ा फायदा हुआ था। तो वही दुसरी तरफ भाजपा को नुकसान हुआ था। ऐसे में सचिन और किरोड़ी के मिलने-जुलने की प्रक्रिया पर सबकी शक वाली नजरें टिकीं हुई हैं।