Bharatpur: भरतपुर में महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। देर रात ये मामला इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने सड़कों पर आग लगा दी। वहीं हालात काबू करने जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन पर पथराव शुरू कर दिया। मामला जिले के नदबई इलाके का है। रात 8 बजे शुरू हुआ ये हंगामा देर रात करीब 2 बजे तक चलता रहा है। और, ये अब भी जारी है। बता दें कि हालात ये थे कि ग्रामीणों ने सड़कों पर आग लगा दी। ऐसे में पुलिस को भी आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
बयान के बाद हुआ हंगामा
पीसी के साथ ही एक लैटर जारी किया गया, जिसमें डेहरा मोड़ पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा और बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की बात कही गई। और, जैसे ही ये लैटर और मंत्री का बयान गांव के लोगों तक पहुंचा तो नदबई में इसका विरोध शुरू हो गया। लोग मांग करने लगे कि बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगनी चाहिए। इसके बाद आसपास के गांव के लोग बैलारा चौराहे की तरफ बढ़ने लगे। वहीं प्रशासन को आशंका थी कि कहीं मूर्ति लगाने वाले गुम्बद को न तोड़ दिया जाए, इसलिए बैलारा चौराहे पर पुलिस तैनात कर दी गई।
दरअसल नदबई नगर पालिका नदबई इलाके में 3 जगह मूर्तियां लगा रही थी। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में कमेटी ने तय किया कि, कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति, बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगेगी। लेकिन स्थानीय लोगों की मांग थी कि नदबई का मुख्य चौराहा बैलारा है, इसलिए बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए।