PM Shree School: राजस्थान में भारत सरकार की केंद्र प्रायोजित “पीएम श्री स्कूल” योजना की सौगात। इस योजना के तहत प्रदेश के 28 स्कूलों चुनाव किया गया है। आपको बता दें कि केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्य मंत्री और बाड़मेर जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी ने भारत सरकार की केंद्र प्रायोजित “पीएम श्री स्कूल” योजना के अंतर्गत संसदीय क्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर के विभिन्न ब्लॉक में 28 स्कूलों के चयनित होने पर सभी क्षेत्रवासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार व्यक्त किया है।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि संसदीय क्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर के 28 ब्लॉकों में से हर ब्लॉक से एक स्कूल को चुना गया है। प्रत्येक स्कूल में केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना के तहत 2 – 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाएगी, जिनसे इन स्कूलों का एजुकेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप होगा और ये स्कूल निश्चित रूप से शिक्षा के आदर्श मॉडल बनेंगे। इस तरह संसदीय क्षेत्र में चयनित हुए इन 28 स्कूलों के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से 56 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश में बेहतर सरकारी स्कूलों के लिए बड़ी शुरुआत कर दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया’ (पीएम-श्री) योजना को हरी झंडी दे दी है। इससे देश में ऐसे कुल 14,597 स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। पीएम-श्री स्कूल योजना को 2022-2027 तक 5 वर्षों की अवधि में लागू किया जाएगा। केंद्र की इस योजना से देश के लाखों छात्रों को फायदा होगा। इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर कम-से-कम एक आदर्श स्कूल विकसित करना चाहती है। इसकी निगरानी के लिए पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर ‘पीएम-श्री’ स्कूलों में विद्या समीक्षा केंद्र की शुरुआत की जाएगी।
कैलाश चौधरी ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से पीएम-श्री योजना के तहत देश भर में जिन स्कूलों को विकसित और अपग्रेड किया जाएगा। ये सभी मॉडल स्कूल बनेंगे और इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की हर बात शामिल होगी। कैलाश चौधरी ने कहा कि पीएम-श्री स्कूलों में शिक्षा देने में एक आधुनिक, परिवर्तन लाने वाला तरीका इस्तेमाल किया जाएगा। इन स्कूलों में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, स्मार्ट क्लास, स्पोर्ट्स और मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मदद करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन और फॉलो किए जाने वाले आदर्श स्कूल के रूप में सामने आएंगे।