Rajasthan Corona Update: राजस्थान में एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए राजस्थान सरकार ने देश और प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड संक्रमण से निपटने की तैयारियां करने के निर्देश विभाग को दिए हैं। तो वहीं दुसरी ओर राजस्थान के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड संक्रमण की तैयारियों को लेकर मॉक-ड्रिल, रिपोर्टिंग और अन्य उपचार सेवाओं में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सा शिक्षा सचिव टी रविकांत और चिकित्सा स्वास्थ्य सचिव डॉ. पृथ्वी ने सोमवार यानी दस अप्रैल को स्वास्थ्य भवन सभागार में वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से कोविड नियंत्रण और प्रबंधन की तैयारियों को लेकर बैठक ली। साथ ही संक्रमण को फैलने से रोकने और कंट्रोलिंग के लिए ज़रूरी दिशा-निर्देश दिए गए।
प्रदेश के मरुधरा में कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की टेंशन बढा दी है। यहां हर रोज कोरोना केसेज में बढ़ोतरी होता नजर ऐ रही है। सोमवार दस अप्रैल को पिछले कई महीनों बाद सबसे ज्यादा 197 पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए गए हैं, जबकी कोरोना से 3 लोगों की मौत भी हुई है। अब स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में सैम्पलिंग बढाने और उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग करने के निर्देश दिए हैं।
अगर बात की जाए कुछ ही दिनों की तो, पिछले चार दिनों से तो रोजाना 100 से ज्यादा कोरोना केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं। अब तो आंकड़े और लंबी छलांग मारते नजर आ रहे हैं। सोमवार दस अप्रैल को प्रदेश में 197 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। लेकिन सैम्पलिंग अभी भी प्रदेश में सीमित संख्या में ही हो रही है। सोमवार को प्रदेशभर में महज 1348 सैम्पल ही लिए गए। अप्रैल में एकाएक बढ़ते कोरोना केस ने सभी की चिंताएं बढा दी हैं।
अगर पूरे राजस्थान की बात की जाए तो, पिछले 10 दिनों में प्रदेश में 891 पॉजिटिव केस मिले हैं तो वहीं 9 लोगों की मौत भी रिपोर्ट की गई है। हालांकि अभी प्रदेश में एक्टीव केसों की संख्या महज 804 ही हैं। बताया जा रहा है कि सर्दी-जुखाम, बुखार, खांसी के कई मरीज कोरोना की जांच नहीं करा रहे हैं।
चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना केसेज तो बढ़ रहे हैं, लेकिन कई केसेज में लक्षण तो कोरोना जैसे है। मगर उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। ऐसे मामलों में एक्सरे और सिटी स्कैन कराने पर निमोनिया की शिकायत मिल रही है। हालांकि अभी कोरोना केसेज में सीवियरटी देखने को नहीं मिल रही है, लेकिन कोरोना का वायरस कब रुप बदल ले और कब खतरानाक हो जाए ये कहा नहीं जा सकता, इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल अपनाना बेहद जरुरी है।