जयपुर: (Rajasthan Congress Crisis) प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। वो पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए 11 अप्रैल जयपुर में अनशन करेंगे। उनकी इस घोषणा के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस समिति यानी एआईसीसी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पायलट का इस तरीके से संवाददाता सम्मेलन करना ठीक नहीं है। उन्हें पहले उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाना चाहिए था।
बता दें कि रंधावा को पिछले साल दिसंबर में राजस्थान का एआईसीसी प्रभारी बनाया गया था। रंधावा ने आगे कहा कि उन्होंने प्रभार संभालने के बाद से पायलट के साथ 20 से अधिक बैठकें की हैं, लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उनके सामने भ्रष्टाचार का मुद्दा कभी नहीं उठाया। रंधावा ने यह भी कहा,”हमने कई मुद्दों के बारे में बात की लेकिन उन्होंने यह मुद्दा नहीं उठाया और फिर प्रेस के पास जाना। यह कहना कि हम भ्रष्टाचार पर काम नहीं कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे यह भी कहा,”हमने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई की,यहां तक कि उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया। दूसरी बात यह है कि हमने राजस्थान में जो किया है,किसानों के कर्ज माफ करने,बिजली बिल पर, सिलेंडर पर सब्सिडी,पुरानी पेंशन योजना वापस लाने जैसी योजना,उन्हें (पायलट) उस बारे में बात करनी चाहिए थी और फिर कहना था कि अब हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। लेकिन यह उचित नहीं था।’
रंधावा ने आगे कहा कि वह मंगलवार को जयपुर जाएंगे और इस मुद्दे पर पायलट और गहलोत दोनों से बात करेंगे। उन्होंने कहा,”पायलट ने दो पत्रों की बात की है। मुझे उस पर भी गौर करना होगा और दोनों से बात करनी होगी।”
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ एक नया मोर्चा खोलते हुए रविवार 9 अप्रैल को कहा कि वह राज्य की पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे।