जयपुर: (Deadly disease from nail polish and shampoo) लड़कियों में भला किसको नेल पॉलिश पसंद नही होगी, लेकिन आपको यह पता चले कि यह नेल पॉलिश आपके जीवन के लिए हानिकारक है तब आप क्या करेंगे। जी हां क्या आप यकीन कर सकती हैं कि नेल पॉलिश से डाइबिटीज भी हो सकता है। नहीं न। लेकिन यह सच्चाई है। नेल पॉलिश से भी डायबिटीज हो सकता है। वो भी सबसे खतरनाक डायबिटीज।
टाइप 2 डाइबिटीज। हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि नेल पॉलिश और शैंपू के कारण महिलाओं में डायबिटीज का खतरा कई गुणा बढ़ सकता है। इस स्टडी की मानें तो नेल पॉलिश में जो टॉक्सिक केमिकल्स पाए जाते हैं वो दरअसल टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ाते हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में जिस टॉक्सिक केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है उसका नाम पीथलेट्स (Phthalates) है। आइए जानते हैं विस्तार से।
आपके मन में ये सवाल आ रहे होंगे कि भला नेल पॉलिश से कैसे डायबिटीज हो सकता है। नेल पॉलिश भले खाने की चीज नहीं हो मगर इसका हमारे शरीर से सीधा संपर्क रहता है। दरअसल जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि नेल पॉलिश इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा देखा जा रहा है।
आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि इस स्टडी के लिए लगातार 6 सालों तक महिलाओं को ट्रैक किया गया है। ये रिसर्च मिशिगन यूनिवर्सिटी की है। बता दें कि रिसर्च में 1300 महिलाओं को शामिल किया था। इन महिलाओं के ऊपर शोधकर्ताओं ने 6 साल तक रिसर्च की।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट खास कर विशेषकर नेल पॉलिश का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रही थीं वो पीथलेट्स (Phthalates) नाम के इस केमिकल्स के हाई एक्सपोजर में थीं। ऐसी महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क 63 प्रतिशत ज्यादा था। शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने 2000 से 2006 तक उन महिलाओं के यूरिन सैंपल्स लिए जो नेल पॉलिश और शैंपू जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल रेगुलर बेसिस पर करती थीं।
अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग की एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि पीथलेट्स नामक ये केमिकल सिर्फ नेल पॉलिश ही नहीं बल्कि हेयर स्प्रे, आफ्टर शेव और अन्य कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट में भी इस्तेमाल किया जाता है।
नेल पॉलिश और शैंपू में पाए जाने वाले खतरनाक केमिकल पीथलेट्स (Phthalates) पर किए गए कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल को सोंखने वाले पदार्थों को निष्क्रिय कर देता है। इसकी वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है और कार्डियोवस्कुलर जैसी कई बीमारियां हमारे शरीर को घेर लेती हें। मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक किसी महिला में इस केमिकल की मात्रा बढ़ती है तो इससे गर्भ में ट्यूमर, कैंसर और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पलने वाले बच्चे के विकास में भी परेशानी आ सकती है।
अब सवाल उठता है जब ये केमिकल इतना खतरनाक है तो फिर इसे नेल पॉलिश और शैंपू में इस्तेमाल ही क्यों किया जाता है। दरअसल किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट में पीथलेट्स (Phthalates) का इस्तेमाल गेलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। ये ब्यूटी प्रोडक्ट के रंग और खुशबू को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। ये केमिकल नेल पॉलिश के रंग को खराब होने से रोकने में मदद करता है।
इस स्टडी के आने के बाद पश्चिमी देशों की महिलाओं में डर और चिंता का माहौल बन गया है। नेल पॉलिश और शैंपू में इस तरह के केमिकल्स सामने आने के बाद वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे शोधकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि महिलाओं को इस तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए, ताकि टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सके।