Rajasthan: राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट महत्वपूर्ण चेहरा है। अशोक गहलोत के साथ लंबी अदावत का अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। वैसे सचिन पायलट को कांग्रेस आलाकमान अक्सर बड़ी जिम्मेदारियां देती रहती है। लेकिन हिमाचल प्रदेश चुनाव में भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उत्तर प्रदेश से लेकर मध्यप्रदेश तक पार्टी के लिए प्रचार करते रहे है। राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने के बाद भी पार्टी की ओर से उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिल पाई है।
बता दें कि 29 और 30 तारीख को कुल 31 जगहों पर अलग अलग नेता प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इस नेताओं की लिस्ट में सीएम अशोक गहलोत समेत कई नेता शामिल होने वाले है। लेकिन सचिन पायलट का इस लिस्ट में नाम शामिल नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के सियासी गलियारों में इस पर चर्चाएं शुरू हो गई है। सचिन पायलट की पहचान एक बेहतर समय के रूप में रही है। लेकिन फिर भी उनको प्रेस कांफ्रेंस करना और पार्टी का पक्ष जनता के सामने रखने की जिम्मेदारी से दूर क्यों रखा गया है।
कांग्रेस जिन बड़े शहरों में डेमोक्रेसी डिस-क्वालिफाई प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे है। उसमें राजस्थान के चार शहर भी शामिल होने वाले है। राजधानी जयपुर के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहजिला जोधपुर शामिल है। इसके अलावा कोटा और उदयपुर शहर है। कोटा में संदीप दीक्षित, जोधपुर में आलोक शर्मा, उदयपुर में अभय दुबे और जयपुर में दीपेंद्र सिंह हुड्डा प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
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