जयपुर: (CM Gehlet’s big announcements in the third budget) प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। इस चुनावी साल में गहलोत ने सरकार के पक्ष में जिस तरीके से माहौल बनाने के लिए बजट को तीन बार रिपीट करने की कोशिश की है, ये उनकी लंबी प्लानिंग का हिस्सा माना जा रहा है। अगर कोई साधारण सा प्रश्न पूछे कि बजट कितनी बार पेश होता है? जवाब होगा एक बार, लेकिन गहलोत ने बजट को तीन बार अवसर में बदला।
सबसे पहले पहला बजट पेश किया गया, फिर दूसरा, उसके बाद बजट रिप्लाई और तीसरा, वित्त और विनियोग विधेयक (एप्रोपिएशन बिल) के जवाब में। तीनों बार बड़ी घोषणाएं करके गहलोत ने सबको हक्का-बक्का होने पर मजबूर कर दिया। आमतौर पर बजट के दिन ही सरकार बड़ी घोषणाएं करती हैं, लेकिन इस बार राजस्थान में तीनों बार बड़ी घोषणाएं की गईं। पिछले साल बजट में ओल्ड पेंशन की घोषणा जिस तरह अविश्वसनीय थी, इसी तरह इस बार 19 जिलों की घोषणा।
चुनावी साल में सभी सरकारें लोकलुभावन बजट पेश करती हैं, लेकिन इस बार बचत, राहत और बढ़त के साथ-साथ मन-भावन बजट की जो थीम गहलोत ने तैयार की, उससे विपक्ष में शांति क माहौल बना हुआ है। अब विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं बचा है। हालांकि यह भी सच है कि बजट को धरातल पर उतारना इतना आसान नहीं, क्योंकि चुनाव में बेहद कम समय बचा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिछले सवा चार साल के कार्यकाल को देखें तो उन्होंने हर बार बजट में चौंकाया है। आजादी के समय राजस्थान में 26 जिले थे, जो अब 33 हैं। नए जिलों की घोषणा करना सभी पार्टियां खतरा मानती हैं, लेकिन ये रिस्क गहलोत ने लिया है।
पार्टी जहां कमजोर है, वहां भी जिलों की घोषणा की गई है। ब्यावर में लंबे समय से कांग्रेस नहीं जीत रही है। पाली, जालोर और सिरोही में भी पार्टी बेहद कमजोर है। पाली को संभाग मुख्यालय बनाना और सांचौर को जिला बनाना भी इसकी ही कोशिश है। फलोदी, बालोतरा को भी जिला बनाकर गहलोत ने जननायक की अपनी छवि को मजबूत करने की कोशिश है। गहलोत ने बजट में इसके लिए 2000 करोड़ का प्रावधान किया है। ऐसे में जिले बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और कांग्रेस इसका क्रेडिट ले लेगी, हालांकि प्रशासनिक प्रक्रिया में समय लगता है।
जयपुर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर को महाकाल की तर्ज पर विकसित करने का फैसला अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की छवि से बाहर आने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। राज्य के अन्य प्रमुख मंदिरों को डेवलप करने का ऐसा डिटेल प्लान पहली बार कांग्रेस के एजेंडा में दिखा है।
सीएम गहलोत ने महिलाओं-छात्राओं को राखी पर 40 लाख स्मार्ट फोन देने की बड़ी घोषणा की है। इससे पहले गहलोत ने बजट के दिन उज्ज्वला से जुड़ी महिलाओं को 500 रुपए में सिलेंडर की घोषणा की थी। इसके बाद ये बड़ी घोषणा है, कि राजस्थान में इस बार महिला मतदाताओं की संख्या 2.52 फीसदी बढ़ी है, तो ऐसे में यह उनको साधने की रणनीति का हिस्सा भी है। बता दें कि महिलाओं को फोकस करते हुए गहलोत इस साल के मूल बजट में राजस्थान रोडवेज का सफर सस्ता कर चुके हैं। सरकारी बसों में अब राजस्थान सीमा के भीतर महिलाओं का बस किराया आधा ही लगेगा।