(इंडिया न्यूज),भरतपुर: (The mastermind of the Nasir-Junaid murder case is hiding in Nepal) नासिर-जुनैद हत्याकांड से सामने आया कि मोनू मानेसर हरियाणा से नेपाल भाग गया है। बता दे कि राजस्थान पुलिस ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने मोनू मानेसर की फोन इंटरसेप्ट की है। जिसमें पैसों का लेन-देन हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, मोनू ने अपने खर्चे के लिए पैसे मंगवाए। तो वहीं उसके बाकी साथी उतर प्रदेश में अंडरग्राउंड हैं। राजस्थान पुलिस ने इस बारे में यह इनपुट हरियाणा पुलिस को भेजा है।
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान पुलिस इन सबूतों के साथ हरियाणा पुलिस पर सवाल उठा रही है कि मोनू मानेसर समेत बाकी आरोपियों की फरारी में हरियाणा पुलिस ने साथ दिया है। इसको लेकर अब दोनों राज्यों की पुलिस फिर आमने-सामने हो गई है। इससे पहले नूंह में गौरक्षक की गर्भवती पत्नी को पीटने पर राजस्थान पुलिस पर हरियाणा में केस दर्ज हुआ। इस मारपीट से 9 माह की गर्भवती के पेट से ही मरा बच्चा पैदा हुआ था।
राजस्थान पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मोनू मानेसर सहित भिवानी दोहरे हत्याकांड के 4 संदिग्ध पड़ोसी देश नेपाल भाग गए हैं। पुलिस को इसके अहम सुराग मिले हैं। राजस्थान पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उसके कुछ साथी उत्तर प्रदेश में ही छिपे हुए हैं। कथित तौर पर, कुछ अच्छी तरह से जुड़े दक्षिणपंथी लोगों ने संदिग्धों को हरियाणा से भागने में मदद की है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस के दावो को झूठा बताया है।
पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर की गई जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि मोनू सहित अन्य संदिग्ध अपहरण की शिकायत के 24 घंटे बाद तक अपने घरों में ही थे। ऐसे में राजस्थान पुलिस ने इस केस की तेजी से जांच कर उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया। अब इस मामले में अपनी नाकामी छिपाने के लिए हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कुछ और भी खुफिया जानकारी मिली हैं, लेकिन अभी हम ज्यादा खुलासा नहीं कर सकते। राजस्थान पुलिस के सूत्रों के अनुसार पुलिस आरोपियों के खिलाफ इस समय पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। जल्द ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इसकी मंजूरी दे देंगे। हरियाणा के नूंह को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है।
हाल ही में हरियाणा सरकार ने दंगे के इनपुट मिलने के बाद नूंह जिले में तीन दिनों तक इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी थीं। हालांकि नूंह प्रशासन की ओर से अभी भी जिले में 144 धारा लगाई हुई है। साथ ही प्रशासन की ओर से हर गतिविधि की जानकारी सरकार को सीधे तौर पर दी जा रही है।