(इंडिया न्यूज),दौसा: (Earn lakhs of rupees by planting trees) राजस्थान के दौसा जिले में एक किसान बहुत समय से लगातार परंपरागत खेती करता आ रहा है। अब उस किसान ने बड़े बगीचों में खेती करना शुरु कर दिया है। किसान अब गेहूं की जैविक खेती के साथ-साथ अन्य खेती भी कर रहा है।
- किसान ने बड़े बगीचों में खेती करना शुरु कर दिया
- किसान अब गेहूं की जैविक खेती के साथ-साथ अन्य खेती भी कर रहा है
- सन् 1988 में कृषि विभाग के सहायक अधिकारी ने जबरदस्ती से बेर के पेड़ लगाए दिए थे
- जो बेर हमारे यहां 2 रुपए किलो बिक रहे हैं, वही बेर दिल्ली में 28 रुपए किलो बिक रहे है।
वन विभाग ने लगाए पेड़
दौसा जिले के गांव गीजगढ़ निवासी किसान शिवचरण सैकड़ा ने बताया कि सन् 1988 में कृषि विभाग के सहायक अधिकारी ने जबरदस्ती से बेर के पेड़ लगाए दिए थे। अब बेर के पेड़ तो लगा दिए लेकिन उनकी बिक्री ठीक नहीं हुई थी और न ही उन पेड़ो से कोई पैसा आ रहा था।
कैसे बढ़ी बिक्री
किसान शिवचरण सैकड़ा ने बताया कि कृषि विभाग के व्दारा एक टूर में बिक्री से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें मुझे समझ आया कि बिक्री कैसे बढ़ानी होती है। जब मुझे पता चला कि जो बेर हमारे यहां 2 रुपए किलो बिक रहे हैं, वही बेर दिल्ली में 28 रुपए किलो बिक रहे हैं। तब मैंने भी दिल्ली जाकर बेर बैचे, उसके बाद मैंने भी ज्यादा पेड़ लगाए। किसान का कहना है कि अन्य किसानों को भी इस तरीके के बगीचे लगाने चाहिए जिससे नगद आमदनी हो सके।