भरतपुर(Plum-headed parakeet): स्थानीय निवासी दीनदयाल गोयल ने बताया कि वे 5 सालों से प्लम हैडेड पैराकीट को दाना चुगा रहे हैं। और यह देखने में इतने सुंदर हैं कि लोग वहां पर उनके साथ सेल्फी लेने के लिए तुरंत पहुंच जाते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो इस झुंड में तकरीबन 40 प्लम-हेडेड पैराकीट है। अधिकांस तौर पर यह उतराखंड में ही पाए जाते है।
बंसी पहाड़पुर बंध बारैठा वन्यजीव अभयारण्य (Bandh Baritha Wildlife Sanctuary) से लगा हुआ इलाका है। जहां विभिन्न प्रकार के पशु और पक्षी पाए जाते हैं। जिन्हें देखने के लिए पर्यटक पूरे साल भर आते रहते हैं। वही बंसी पहाड़पुर वन्यजीव क्षेत्र के सीएससी बंसी पहाड़पुर के पास प्लम हेडेड पैराकीट का एक झुंड लगातार 5 वर्षों से दाना चुगने आता हैं। मानों यह अब उसका खाने का अड्डा बन गया है।
स्थानीय निवासी दीनदयाल गोयल ने यह भी बताया कि वे 5 सालों से इनको दाना चुगा रहे हैं और यह देखने में इतने सुंदर होते हैं कि लोग वहां पर उनके साथ सेल्फी लेने के लिए पहुंच जाते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो इस झुंड में तकरीबन 40 प्लम-हेडेड पैराकीट हैं। जो लोगों को काफी आकर्षित करते हैं। यहां से जो कोई भी निकलता है वह अपने मोबाइल के कैमरे में इन प्लम-हेडेड पैराकीट की तस्वीरों को कैद करे बिना खुद को नहीं रोक पाता है।
वहां के स्थानिय निवासियों ने बताया कि प्लम-हेडेड पैराकीट उत्तराखंड की बर्फीली पहाड़ियों पर पाए जाते हैं। यह पक्षी करीब 5 सालों से यहां आ रहे हैं। और उन्हें उसी समय से पक्षियों को खाने के लिए दाना डाल रहे हैं। शुरुआत में चार-पांच ही प्लम-हेडेड पैराकीट आया करते थे।
लेकिन समय के साथ इनकी संख्या बढ़ती चली गई और आज करीब 40 की संख्या के झुंड में प्लम-हेडेड पैराकीट दाना चुगने आते हैं। इन्हें देखने के लिए लोग इनसे पहले ही पहुंच जाया करते हैं। आपको बता दें कि मुताबिक यह सर्दियों के मौसम में ही दिखाई देते हैं।