राजस्थान:(About 25000 marriages are claimed in Rajasthan on January 26): भारत देश में जहां 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी जैसे त्यौहार मनाए जाते है तो वही दूसरी ओर 26 जनवरी को राजस्थान में करीब 25000 हजार शादियां होने का दावा किया जा रहा है।
जी हां राजस्थान में ऑल इंडिया टेंट डीलर्स एसोसिएशन अध्यक्ष रवि जिंदल ने बताया कि 26 जनवरी को बसंत पंचमी की अबूझ सावे की जबरदस्त रौनक है। कोरोना के 2 साल बाद इस साल पहली बार बसंत पंचमी पर शादियां धूमधाम से आयोजित की जा रही हैं।
शादी समारोह के लिए बस कार सहित सभी परिवहन सेवाएं बुक हो चुकी हैं। फोटोग्राफर, टेंट डीलर्स, कैटरिंग और सजावट के साथ-साथ मेहंदी मेकअप जैसे कार्य भी पहले से ही बुक हो चुके हैं। जिंदल के अनुसार अकेले जयपुर में ही 4000 से ज्यादा बेटियां 26 जनवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर डोली में बैठ कर पिया के घर जाएंगी। आपको बता दे कि बसंत पंचमी के अवसर पर कई विदेशी जोड़ों की शादियां भी राजस्थान में धूमधाम से हो रही हैं।
देश विदेश के लोग उदयपुर, कुंभलगढ़, सवाई माधोपुर, जैसलमेर, जोधपुर, पुष्कर और जयपुर में जमा हो चुके हैं। विदेशी जोड़े भी इस बार बसंत पंचमी के अवसर पर सैकड़ों की तादाद में शादी के बंधन में बंध रहे हैं। वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए मशहूर राजस्थान में इस बार विदेशी पावणों के कारण शादी समारोह से जुड़े सभी उच्च स्तरीय टेंट केटरिंग सजावट का सामान ब्यूटी पार्लर, फोटोग्राफी और परिवहन के संसाधनों की मांग बढ़ी है।
वीवीआईपी शादियों के लिए दूसरे राज्यों से भी संसाधन मंगवाए जा रहे हैं। शादी समारोह में शिरकत करने के लिए देश-विदेश से मेहमानों का राजस्थान में आगमन शुरू हो गया है। शादियों के धूम के कारण सभी होटलों के कमरे लगभग बुक हो चुके हैं। इस बार की शादी में राजस्थान का मौसम भी दूसरे राज्यों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
विदेशी पावणो के साथ-साथ बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों के लोग भी वीवीआईपी शादियां संपन्न करवाने के लिए राजस्थान में आए हुए हैं। राजस्थान के ऐतिहासिक और प्राकृतिक व धार्मिक स्थलों पर बड़े पैमाने पर वीवीआईपी शादियां संपन्न करवाई जा रही हैं।
राजस्थान में शादियों का ट्रेंड भी बदल रहा है। एक तरफ कोर्ट मैरिज की संख्या बढ़ रही है तो वही दूसरी ओर पारंपरिक शादियों में खूब जमकर पैसा खर्च किया जाता है। शादियों की संख्या को देखते हुए बैंडबाजा वालों के पास भी बिल्कुल फुर्सत नहीं है।
पहले बुकिंग से वंचित रह जाने वालों से अब मुंहमांगी रकम मांगी जा रही है। जरुरतमंद लोग उन्हें वो रकम दे भी रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल हलवाइयों और शादी समारोह की जरुरतों से जुड़ी अन्य सुविधाओं का है। दुल्हनों का मेकअप करने वाले ब्यूटी पार्लर भी अब मुंहमांगी रकम ले रहे हैं।