(जयपुर): राजस्थान की कांग्रेस सरकार में भरतपुर जिले के चार विधायक मंत्री बने हैं लेकिन भरतपुर शहर के हालात नाजुक हैं. भरतपुर शहर के मुख्य बाजार में बिजली चौराहे पर आज प्रसूता को अस्पताल लेकर जा रही एम्बुलेंस गड्ढे में फंस गई.
करीब 45 मिनट तक एम्बुलेंस के आगे का पहिया गड्ढे में फंसा रहा. आसपास के व्यापारियों और चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मियों ने एम्बुलेंस को निकालने की काफी कोशिश की लेकिन एम्बुलेंस का पहिया नहीं निकला.
इसके बाद प्रसूता दर्द की वजह से चिल्लाने लगी तो दूसरे एम्बुलेंस को बुलाया गया और प्रसूता को ई-रिक्शा की मदद से दूसरी एम्बुलेंस में शिफ्ट कर अस्पताल भेजा गया. गौरतलब है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार में भरतपुर जिले के चार विधायक मंत्री हैं और भरतपुर की ही हालत नाजुक है.
भरतपुर शहर के मुख्य बाजार बिजली घर और मथुरा गेट के बीच में करीब 6 दिन से सीवरेज का काम चल रहा है. इस वजह से पूरी सड़क खोदी गई जिसे अब उसी मिट्टी से भर दिया गया, लेकिन पानी की वजह से सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं. जहां से दुपहिया वाहनों का निकलना भी मुश्किल है.
आज अघापुर गांव की रहने वाली आंसू नाम की 22 वर्षीय प्रसूता के परिजन उसे डिलीवरी के लिए चिरंजीवी 108 एम्बुलेंस से अस्पताल लेकर जा रहे थे. इस दौरान प्रसूता को लेकर जा रही एम्बुलेंस का पहिया बिजलीघर से अस्पताल की तरफ जाने वाले रास्ते में एक गड्ढे में जा फंसा. एम्बुलेंस के ड्राइवर ने उसे निकालने की काफी कोशिश लेकिन एम्बुलेंस का पहिया नहीं निकला.
जब व्यापारियों को पता लगा कि एम्बुलेंस में कोई प्रसूता है तो उन्होंने एम्बुलेंस को निकालने के लिए उसमें धक्का लगाया लेकिन एम्बुलेंस नहीं निकली. चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मियों ने भी धक्का लगाकर एम्बुलेंस को निकालने की कोशिश की, लेकिन वह भी कामयाब नहीं हुए.
करीब आधे घंटे तक जब एम्बुलेंस गड्ढे में फंसी रही तो प्रसूता को दर्द होने लगा और वह चिल्लाने लगी जिसके बाद एम्बुलेंस के ड्राइवर ने दूसरी एम्बुलेंस को बुलाया. करीब 45 मिनट के बाद प्रसूता को एंबुलेंस से उतारकर ई-रिक्शा की मदद से दूसरी एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया.
नगर निगम के वार्ड पार्षद पंकज गोयल ने बताया कि बिजलीघर चौराहे से जनाना अस्पताल जाने वाले रास्ते पर सीवरेज लाइन चोक हो गई थी. जिसके बाद LNT कंपनी करीब 6 दिन से सीवरेज लाइन को ठीक करने में लगी हुई थी. कल रात को उन्होंने सीवरेज लाइन को ठीक कर दिया था लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं करवाई गई.
जबकि बिजलीघर से अस्पताल जाने वाली यह शहर की मुख्य सड़क है. सड़क ठीक नहीं होने के कारण जगह-जगह गड्ढे हो गए. उन्होंने कहा कि सड़क सही नहीं होने के कारण आज एक एंबुलेंस प्रसूता को लेकर अस्पताल जा रही थी अचानक एम्बुलेंस के आगे का पहिया गड्ढे में फंस गया. जिसके बाद प्रसूता को दूसरी एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया.