इंडिया न्यूज़, Rajasthan Weather Update: राजस्थान में भारी बारिश से कईं जिले बाढ़ की चपेट में ले लिया है। हालांकि मानसून की रफ्तार कम होने से लोगों को कुछ राहत जरूर मिली है। लेकिन प्रदेश के 10 से ज्यादा बड़े शहरों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। बारिश ने बांधों को पूरी तरह भर दिया है। जिससे आसपास के इलकों से लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं आज भी राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
कल यानि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया था। वहीं आ। सीएम अशोक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया। सीएम ने आज सुबह कोटा जाने से पहले बूंदी के प्रभावित एरिया का सर्वे किया। इसके बाद वे कोटा पहुंचे और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल से बातचीत की। वहीं अब सीएम कोटा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर रहे हैं। माना जा रहा है कि 10 हजार से ज्यादा लोग इस बाढ़ से प्रभावित है। लेकिन अभी तक इस बारे में प्रशासन ने आंकड़े साझा नहीं किए है।
मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने आज यानि गुरुवार को 16 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। कोटा, झालावाड़ और धौलपुर में बाढ़ के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। वहीं प्रदेश में अबतक करीब 6 हजार लोगों को रेस्क्यू किया जा चूका है। मौसम विभाग ने कोटा, बारां, झालावाड़, ,भीलवाड़ा, नागौर, चूरू, सीकर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, प्रतापगढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, जोधपुर जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
राजस्थान में मानसून की बारिश इस बार सारे रिकाॅर्ड तोड़ती जा रही है। जहां पूरे सीजन में 428.65 एमएम बारिश होती है, वहीं अब तक 582.74 एमएम हो चुकी है। इस भारी बारिश से प्रदेश के करीब 716 छोटे-बड़े बांधों में अस्सी फीसदी या उससे भी ज्यादा पानी आ चुका है। वहीं इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। वहीं धौलपुर, कोटा, झालावाड़, बारां में हालात ज्यादा खराब है।
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