इंडिया न्यूज़, Rajasthan Students Union Elections: काेराेना काल के बाद राज्य में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को बंद कर दिया गया था। जिसके चलते छात्रसंघ चुनावों काे भी अनुमति नहीं मिली थी। वहीं उसके बाद दूसरे साल भी राज्यपाल द्वारा गठित टास्क फोर्स ने छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का सुझाव दिया था।
जिसके चलते दूसरे साल भी चुनाव नही हाे सके थे। वहीं अब दो साल बाद प्रदेश में छात्रसंग के चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनावो में राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों में लाखों छात्र चुनावों से जुड़ते हैं। वहीं छात्र ही देश का भविष्य है। जिसके चलते राजस्थान राजस्थान ने फिर से छात्रसंग के चुनाव करवाने का फैसला लिया है।
छात्रसंघ चुनाव के लिए 26 अगस्त को वोटिंग होगी। जबकि 27 अगस्त को काउंटिंग के साथ ही नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलवाई जाएगी। वहीं आज चुनाव से 10 दिन पहले आचार संहिता लागू हो गई है। जिसके चलते कैंपस में पोस्टर, बैनर, रैली आदि पर रोक लगा दी गयी है। यहीं नहीं चुनाव में खर्च की सीमा को भी केवल 5 हजार रुपय निर्धारित किया गया है।
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि यदि कोई भी छात्र नेता निर्धारित खर्च से ज्यादा खर्च करता है तो उसकी उसे बैन करने के साथ उसके चुनाव लड़ने पर रोक लग सकती है। वहीं इसके लिए DSW टीम ने लिख लिंगदोह कमेटी की सिफरिशों की पालना के लिए विशेष टीम का गठन किया है। जो नियमों का उल्लंघन करने पर छात्र नेताओं पर कार्रवाई करेगी।
आचार संहिता लागू होते ही एडमिशन पर रोक लगा दी गई है। अब वहीं छात्र चुनाव में हिस्सा ले सकते हैं जो यूनिवर्सिटी में एडमिश ले चुके है। या पहले से यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए विशेष कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी यूनिवर्सिटी कैंपस में हो रही हर एक गतिविधि पर नजर रखेगी। ताकि राजस्थान यूनिवर्सिटी में शांतिप्रिय तरीके से चुनावी हो सकें।
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