इंडिया न्यूज़, National Herald Case: कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरुवार को नेशनल हेराल्ड मामले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने के लिए तैयार हैं, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की “प्रतिशोध की राजनीति” के खिलाफ पार्टी नेताओं और सांसदों ने देश भर में विरोध करने का फैसला किया है। पुलिस ने पहले ही व्यापक इंतजाम कर लिए हैं और अकबर रोड पर बैरिकेडिंग कर दी है क्योंकि पार्टी मुख्यालय 24, अकबर रोड पर स्थित है।
आज जहाँ सोनिया गांधी की ईडी के सामने पेशी होनी है। इससे पहले ईडी ने राहुल गाँधी से भी इसी मामले में पूछताछ की थी। उस समय भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही कांग्रेस की कमान अपने हाथ में लेकर ईडी के विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई की थी। गहलोत ने उस समय दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिटाई पर नाराजगी जाती थी।
उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को कुचला जा रहा है। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के छापे डाले जा रहे हैं। राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के दौरान सीएम गहलोत करीब एक सप्ताह दिल्ली में रहे थे। और पार्टी का मोर्चा संभाला था। उस समय ईडी ने 5 दिनों तक राहुल गांधी से करीब 50 घंटे पूछताछ की थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस आलाकमान ने गुजरात विधानसभा चुनाव में सीनियर आब्जर्वर बनाया है। वहीं उनके अलावा 23 पर्यवेक्षक भी राजस्थान के बनाए गए है। गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर ही सीएम गहलोत का गुजरात दौरा प्रस्तावित था। लेकिन इस दौरे को रद्द कर दिया गया। सीएम गहलोत को इस दौरे पर अहमदाबाद में गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करनी थी।
लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दौरा रद्द होने के बाद वे बुधवार को ही दिल्ली चले गए थे। बता दें कि इससे पहले भी अशोक गहलोत दिल्ली में करीब एक सप्ताह रुके थे। उस समय भी गहलोत ही कांग्रेस के रणनीतिकार बने थे। वहीं इस बार भी सीएम गहलोत ही ईडी के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शनों के कमान संभालते नजर आ सकते हैं।
ये भी पढ़ें : राजस्थान में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, पिछले 24 घंटे में सामने आए 246 नए मामले