इंडिया न्यूज़, Rajasthan News: संसदीय सचिवालय ने हाल ही में एक सूचि जारी कर संसद कुछ शब्दों का प्रयोग करने पर पाबंदी लगा दी थी। जिसके बाद से ही कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। लगातार कांग्रेस के बड़े नेता इस फैसले को गलत बताते हुए अभिव्यक्ति की आजादी छीनने वाला फैसला बता रही है।
वहीं इस हंगामा के बीच अब राजस्थान के कांग्रेस मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने इस फैसले का समर्थन किया है। जहां पार्टी एक तरफ इस फैसले का जमकर विरोध कर रही है। वहीं राजस्थान जल संसाधन मंत्री ने पार्टी से हटकर बयान दिया है।
महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि संसद में अंदर असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं होगा चाहिए। संसद में गरिमापूर्ण तरीके ही अभिव्यक्ति रखनी चाहिए। उनका कहना है कि अनुभव के आधार पर ही इन शब्दों का चयन किया होगा। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इस फैसले का लगातार विरोध कर रही है। और इस फैसले को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बता रही है।
संसदीय सचिवालय मानसून सत्र शुरू होने से पहले लगातार पिछले तीन दिन से नए निर्देश जारी कर रहे हैं। अब लोकसभा सचिवालय ने सदन में पोस्टर, पर्चे और तख्तियों पर पाबंदी लगा दी है। गौरतलब है कि इससे पहले कई तरह के शब्दों के इस्तेमाल पर संसद में रोक लगा दी गई है। यानी कई शब्दों को असंसदीय शब्दों की नई सूची डाल दिया गया है। इसके बाद राज्यसभा सचिवालय ने कल संसद परिसर में धरने प्रदर्शन पर रोक के आदेश जारी किए थे। अब पोस्टर, पर्चे व तख्तियां बैन कर दी हैं।
पर्चे, पोस्टर व तख्तियों पर रोक को लेकर लोकसभा सचिवालय द्वारा कल जारी एडवाइजरी से विपक्षी और भड़क गए हैं। जानकारी के अनुसार संसद परिसर में धरने प्रदर्शन पर रोक के बाद सदन में हंगामे के आसार को देखते हुए पर्चे, पोस्टर आदि को बैन किया गया है। बता दें कि सदस्य अक्सर संसद परिसर में मौजूद राष्टÑपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष इकट्ठे हो प्रदर्शन करते हैं।
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