इंडिया न्यूज़, Kanhaiyalal Murder Case: उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। कहा जा रहा है कि यह एक बहुत ही बड़ी सोची समझी साजिश थी। एनआईए जांच के उपरांत पता चला है कि इस घटना के पीछे दावत-ए इस्लामी पाकिस्तानी संगठन का हाथ था। यह संगठन लोगों के ब्रेन वाश करके हत्या की साजिश रचते थे, इस बात के सबूत भी मिले है। जानकारी के अनुसार यह संगठन कटरपंथियों को विकसित करने में लगा हुआ था और विरोधाभास के बीज बोए जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार पता चला है कि राजस्थान में इस पाकिस्तानी सगठंन की तरफ के 40 कसाइयों की टीम तैयार की जा चुकी थी। इस टीम का मुख्या लक्ष्य जो लोग नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करें उनका सिर कलम कर सकें। इसके अलावा संगठन ने अजमेर में आपत्तिजनक धार्मिक किताबों की भी बिक्री शुरू करने की तैयारी में था। बताया जा रहा है कि लोगों को व्हाट्सऐप के जरिये भी सिर कलम करने की ट्रैनिंग दी जाती थी।
एनआईए और एटीएस की जांच में पता चला है कि आतंकी रियाज और गौस के फोन करीब 10 पाकिस्तानी नंबर मिले है। इसके अलावा जांच में खुलासा हुआ है कि इन नंबर के कई व्हाट्सप्प ग्रुप थे जिनसे जानकारी मिली है कि नूपुर शर्मा के हर समर्थंक का 6 जिलों में सिर कलम किया जाए, ताकि देश में अशांति फैल सके। इन हत्याओं के जरिये पुरे देश की शांति भंग करने की साजिश रची जा रही थी।
28 जून को कन्हैयालाल हत्या केस के आरोपी रियाज और गौस ने टेलर की गला रेतकर हत्या कर दी थी। दोनॉ आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में गए थे और जब टेलर माप ले रहा था तो उसपर तेज धार हथियार से हत्या कर दी थी।
घटना को अंजाम देते ही आरोपी मौक़े पर फरार हो गए और अपना वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वॉयरल कर दिया था। पुलिस ने जांच शुरू की और राजमंद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद एनआईए की टीम ने पूछताछ की और अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया अब टीम पुरे नेटवर्क को खंगालने पर कार्य कर रही है।
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