इंडिया न्यूज़, Ajmer News: राजस्थान के अजमेर में एक भड़काऊ वीडियो को लेकर एक मौलवी को गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद, जिसमें उन्हें निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा, हाजी सैयद सलमान चिश्ती, गद्दी नशीन को कथित तौर पर धमकी देते देखा गया था उस बयान पर दरगाह अजमेर शरीफ और अजमेर में चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष ने रविवार को भड़काऊ बयानों की निंदा की।
उन्होंने कहा कि हिंसा, मौत और विनाश के ये नारे लगाने वाले असली अपराधी हैं। हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने स्पष्ट किया और कहा कि भड़काऊ बयान दरगाह अजमेर शरीफ से जुड़े नहीं हैं और वे उन लोगों की निंदा और बहिष्कार करते हैं जिन्होंने ये नारे लगाए हैं।
नूपुर शर्मा के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ बयान देने के आरोप में एक व्यक्ति सलमान चिश्ती को पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसके बाद उनकी यह टिप्पणी आई है। उन्हें वीडियो में यह कहते हुए सुना गया था कि जो कोई भी पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा का सिर लाएगा, उसे इनाम के तौर पर वह अपना घर और संपत्ति उपहार में देगा।
अजमेर में चिश्ती फाउंडेशन ने भी एक बयान देकर स्पष्ट किया कि गिरफ्तार व्यक्ति दरगाह से संबंधित या जुड़ा नहीं है। हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, “हम उन नारों की पूरी तरह से निंदा करते हैं जो इस्लाम विरोधी और मानवता विरोधी हैं। वे असली अपराधी हैं जो हिंसा, मौत और विनाश के नारे ला रहे हैं।
चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया को पता होना चाहिए कि इसका अजमेर दरगाह शरीफ या गरीब नवाज के समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है। हम उनकी निंदा करते हैं और उनका पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के नारे और हिंसा के आह्वान गैर-इस्लामिक, इस्लाम विरोधी, मानवता विरोधी और समाज विरोधी हैं। प्राधिकरण को ऐसे व्यक्तियों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें अनुकरणीय दंड दिया जाना चाहिए।
वहीं फाउंडेशन ने एक बयान में नूपुर शर्मा को धमकी देने के मामले में आरोपी की गलत तरीके से इस्तेमाल की गई गलत पहचान, छवि और फोटो पर स्पष्टीकरण दिया था। बयान में कहा गया था कि अजमेर में ‘सलमान चिश्ती उर्फ सलमान’ नाम के व्यक्ति जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और स्थानीय पुलिस स्टेशन के रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है।
हम एतद्द्वारा स्पष्ट करते हैं कि उक्त व्यक्ति किसी भी तरह से हाजी सैयद सलमान चिश्ती गद्दी नशीन-दरगाह अजमेर शरीफ (अध्यक्ष-चिश्ती फाउंडेशन) से संबंधित नहीं हैं। बयान में आगे कहा गया था कि आरोपी को ध्यक्ष-चिश्ती फाउंडेशन से जोड़ कर देखे जाने से भ्रम और गलतफहमी पैदा हो रही है जिससे सार्वजनिक प्रोफ़ाइलअजमेर शरीफ और चिश्ती फाउंडेशन द्वारा किए गए वैश्विक मानवीय सेवाओं के काम को नुकसान हो रहा है।
यह स्पष्ट रूप से गलत पहचान का मामला है। हम सभी मीडिया प्रतिनिधियों और संपादकों से इस गलती से बचने और सभी प्रकाशित मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया हैंडल में हाजी सैयद सलमान चिश्ती की तस्वीर का उपयोग करने से परहेज करने का आग्रह करते हैं।
ये भी पढ़ें : राजस्थान में आज भी बारिश का दौर जारी, कई जिलों में भारी बरसात को अलर्ट जारी