इंडिया न्यूज़, Rajasthan News: नोटबंदी के बाद भी राजस्थान में पिछले पांच सालो में करीब 3.50 करोड़ रुपये के नकली नोट 363 तस्करों से बरामद किये है। जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के तस्कर बांग्लादेश से खेप लेते है। केवल 40 से 50 हज़ार में ही 1 लाख रुपये के जाली नोट सप्लाई करते है। आरबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार 3 साल में करीब 4 लाख जाली नोट बरामद किये है जिनमें से अधिकतर नोट 500 रुपये के है।
जानकारी के अनुसार जयपुर कमिश्नरेट के ईस्ट में सबसे ज्यादा जाली नोटों की सप्लाई हुई है। सबसे ज्यादा सप्लाई अलवर व भरतपुर से हुई । कहा जा रहा है कि यहाँ से 50 प्रतिशत से भी कम पैसों में डिलीवरी हुई है। पुलिस व एसओजी का कहना है कि नोटबंदी से पहले 5 साल में 200 नकली नोटों मिलने के मामले भी दर्ज नहीं हुए थे लेकिन अब नोटबंदी के बाद से 309 मामले दर्ज किये जा चुके है।
पश्चिमी बंगाल से तस्करी करने के लिए पहले बिहार से एंट्री करते है और फिर यूपी से मेवात तस्करी के लिए कई ड्राइवरों से सबंध बनाए हुए है ताकि वह तस्कर राजस्थान में आकर नोट चला सके। जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा जाली नोटों की तस्करी इसी रूट से राजस्थान में होती है।
पुलिस और एसओजी के अनुसार बांरा, बूंदी में सबसे कम जाली नोटों की डिलीवरी हुई है जबकि केवल जयपुर ईस्ट में ही डिलीवरी करते हुए 78 तस्करों पर कार्यवाही हुई है। जो बांरा, बूंदी या फिर अन्य जिलों के मुकाबले बहुत अधिक है। हालांकि जयपुर नॉर्थ व जोधपुर कमिश्नरेट के ईस्ट जिले में 5 साल से एक भी मामला नहीं आया है।
ये भी पढ़ें : राजस्थान के सीकर में बीजेपी युवा मोर्चा ने किया विरोध, 4 कार्यकर्ताओं को पुलिस ले गई थाने