इंडिया न्यूज़ : राजस्थान के लोक कलाकार मामे खान ने इतिहास रच दिया है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर जैसलमेर जिले के लोक कलाकार मामे खान फ्रांस में आयोजित होने वाले 75वें कान फिल्म समारोह में भारत के लिए रेड कार्पेट खोलने वाले पहले लोक कलाकार बन गए हैं। मामे खान सर्वश्रेष्ठ लोक गायकों में से एक हैं। जानिए कौन हैं मामे खान।
फ्रांस में 17 से 28 मई तक होने वाले 75वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में लोक गायक मामे खान हिस्सा ले रहे हैं। कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत को ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ मिला। बॉलीवुड सितारे अक्षय कुमार, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और ए.आर. रहमान समेत कई दिग्गज शामिल हो रहे हैं। मरुधरा के मामा खान भी इस सूची में शामिल हैं।
अपनी सुरीली आवाज के जादू से लोगों के दिलों पर राज करने वाले मामे खान को पद्मश्री अवॉर्ड भी मिल चुका है। फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड अभिनेताओं के साथ रेड कार्पेट पर मामे खान। यह सम्मान पाने वाले वे राजस्थान के पहले कलाकार हैं। आज मामे खान लोक कला से लेकर बॉलीवुड तक अपनी आवाज का जादू बिखेर रहे है।
मामे खान इन दिनों बॉलीवुड में अपनी सुरीली आवाज का परचम लहरा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘दसवीं’ के गाने ‘म्हारा मन होयो नखरालों…’ को अपनी आवाज दी है। गाने में अभिषेक दसवीं क्लास की परीक्षा के लिए पढ़ाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह गाना इन दिनों काफी धूम मचा रहा है।
राजस्थान के पिछड़े माने जाने वाले जैसलमेर जिले के एक छोटे से गांव सत्तो से निकलकर देश दुनिया में अपनी आवाज के दम पर पहचान बनाने वाले मामे खान आज राजस्थान की लोक कला की शान बन चुके हैं।
जैसलमेर से मुंबई और देश दुनिया तक पहुंचे मामे खान को साल 2017 में ग्लोबल इंडियन म्यूजिक अवॉर्ड भी मिल चुका है। इससे पहले अमर रहो, बावरे, चौधरी, दरारें दिल, लाल पीली आंखिया सहित कई गीत गाकर बॉलीवुड में अपना नाम बना चुके हैं।
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