इंडिया न्यूज़, अलवर।
Water Crisis in Alwar District : गर्मी शुरू होते ही अलवर जिले में जल संकट का खतरा मंडराने लगा है। पानी के लिए रोजाना शहर से लेकर गांवों तक हाहाकार मच रहा है। इन दिनों पेयजल की समस्या रोजाना बढ़ती जा रही है। दिन में तेज धूप होने के बावजूद भी जनता पानी की मांग को लेकर सड़कों पर आकर जाम लगाने को मजबूर हो रही है।
शहर के धोबी गट्टा क्षेत्र की महिलाओं ने जेल चौराहे पर जाम लगा पेयजल की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति हो गई। सड़क पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों से जाम खोलने के लिए समझाइश की। वहीं जलदाय विभाग के अफसरों ने लोगों को बंद पानी की समस्या को शीघ्र दुरूस्त कराने का आश्वासन दिया तो महिलाओं ने जाम खोल दिया। महिलाओं का कहना था कि गर्मियों के दिनों में वार्ड में पानी की समस्या अन्य दिनों के मुकाबले अधिक हो जाती है। कई बार इसकी शिकायत जलदाय विभाग के अधिकारियों को की गई। जिला प्रशासन को भी चेताया लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
शहर में पिछले कुछ साल से गिरते जलस्तर और जलदाय विभाग की उदासीनता के कारण स्थिति और भी खराब होती नजर आ रही है। शहरवासियों को पीने के पानी के लिए धरना-प्रदर्शन,रोड जाम करने पड़ रहे हैं लेकिन उससे भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा है। अमृत जल योजना (Amrit Jal Yojana) के अंतर्गत बाटे कनेक्शन हो या राज्य सरकार द्वारा घोषित ईसरदा बांध से पानी लाने की योजना हो शहर के लोगों के लिए सब बेकार है।
जेल चौराहे पर सुबह से ही महिलाओं का एकत्रित होना शुरू हो गया। देखते-देखते महिलाओं ने पुलिस बैरिकेट्स को सड़क के बीचों बीच लगाकर रास्ता बंद कर दिया। इस दौरान महिलाओं हाथों में लठ्ठ लेकर बैठी रही। इस मार्ग से होकर गुजरने वाले कुछ वाहन चालकों ने जब अपने वाहन को जाम से निकालने का प्रयास किया तो महिलाओं ने लठ्ठ के दम पर उन्हें धमकाया और उनसे उलझ गई। यह सिलसिला कुछ देर तक चलता रहा जिसके बाद वहां तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।
जलदाय विभाग की ओर से पानी की सप्लाई नहीं करने के विरोध में वार्ड नंबर 10, 11, 16 व 17 के पार्षदों की ओर से मुनमार्ग स्थित जलदाय विभाग कार्यालय में शुरू किया गया धरना सोमवार को कार्यदिवस के तीसरे दिन भी जारी रहा। पीने को पनी नहीं-सरकार सोई हुई स्लोगन के साथ पार्षद यहां धरने पर बैठे हैं। वार्ड पार्षदों का कहना है कि उनके वार्ड में पानी की सप्लाई ठीक से नहीं हो रही। ऐसे में लोगों को पानी के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता है। पार्षदों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाया कि समस्या से अवगत करवा दिया गया लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। सुनवाई नहीं होने के विरोध में वार्ड 11 के पार्षद देवेंद्र रसगनिया, वार्ड के 10 महेश नायक, वार्ड 17 के अविनाश खण्डेलवाल व वार्ड 16 के पार्षद कैलाश धरने पर बैठे हैं। पार्षदों ने कहा कि विभाग के अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए मंगलवार को जलदाय विभाग कार्यालय पर सद्बुद्धि यज्ञ किया जाएगा।
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